बाड़मेर:
पाकिस्तान से लगी पश्चिमी सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों को
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उसी प्रकार रोजमर्रा की समस्याओं के समाधान की आशा
है, जिस प्रकार उन्होंने
गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर कच्छ में बी.एस.एफ जवानों की पेयजल की कमी समेत
अन्य कई समस्याओं का स्थायी समाधान किया था।
सीमा सुरक्षा बल
की 99 बटालियन के कमांडैंट एम.
एल. गर्ग ने कहा कि बल को नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पूरी उम्मीद
है कि आने वाले दिनों में कच्छ की तरह ही अन्य सीमाओं पर तैनात बल के जवानों की हर
समस्या का समाधान करेंगे। ऐसा होना जवानों के लिए अच्छे दिन की शुरुआत होगी।
उन्होंने कहा कि
गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए नरेंद्र मोदी के वर्ष 2010 में कच्छ सीमा के दौरे के दौरान सीमा सुरक्षा बल की 99 बटालियन के जवानों ने उन्हें पानी की समस्या
से अवगत कराया था, मोदी ने जवानों
की समस्या को न सिर्फ गंभीरता से लिया बल्कि महज 6 माह में 30 किलोमीटर लम्बी
पाइपलाइन से कच्छ के सीमा सुरक्षा बल के जवानों को नर्मदा का मीठा पानी उपलब्ध
कराया।
केंद्र में सत्ता
परिवर्तन के साथ ही पाकिस्तान से लगती पश्चिमी सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल को
नई सरकार, खासकर नरेंद्र मोदी के
प्रधानमंत्री बनने से आने वाले समय में ‘अच्छे दिन’ आने की उम्मीद
है।
बल का मानना है
कि नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए जिस गंभीरता के साथ कच्छ में
तैनात सीमा सुरक्षा बल के जवानों की पानी की समस्या को समझा और उसका तत्काल तथा
स्थायी निराकरण किया। ठीक उसी तरह बल के जवानों की समस्याओं का समाधान करेंगे।