दैनिक भास्कर से रविवार,02 जनवरी, 2011
अमृतसर। अटारी बार्डर पर होने वाली र्रिटीट सेरेमनी की पायरेटेड सीडी के गोरखधंधे के बाद र्रिटीट देखने के लिए वीवीआईपी तथा वीवीआई कुर्सियों को बेचने का खुलासा हुआ है। हालांकि, बीएसएफ की तरफ से र्रिटीट देखने से लेकर बैठने तक की सारी सुविधाएं मुफ्त उपलब्ध कराई जाती हैं, मगर आरोपी ने एक परिवार से पैसे लेकर बाहर ही बाहर कुर्सी बेंच दी। बताते चलें कि यहां पर पुलिस ने र्रिटीट की पायरेटेट सीडी बेचने के आरोप में पिछले साल कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
थाना घरिंडा में दर्ज शिकायत के मुताबिक कश्मीर एवेन्यू अमृतसर निवासी नरिंदर वेदी पत्नी तथा दो बच्चों के साथ 31 दिसंबर की शाम को अटारी बार्डर पर र्रिटीट सेरेमनी देखने के लिए गए थे। वहां पहुंचने बाद इन लोगों ने रेस्टोरेंट अमन-उम्मीद में चाय वैगरह लिया। इस दौरान उन्होंने रेस्टोरेंट के मैनेजर अश्विनी से जीरो लाइन के पास बैठने के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली कुर्सियों के बारे में पूछा। मैनेजर ने कहा कि उसकी बीएसएफ में पैठ है और कुर्सी दिला देगा। इसके बाद उसने चार सीटों के लिए छह सौ रुपए ले लिए।
बीएसएफ की रुकावट से खुली पोल
बेदी का परिवार र्रिटीट देखने के लिए कस्टम गेट से भीतर गया और जब वीवीआईपी वैरियर के पास पहुंचा तो उनको बीएसएफ के जवानों ने रोक लिया। क्योंकि उनका लिस्ट में नाम नहीं था।
इस पर उन्होंने तर्क दिया कि उन्होंेने उक्त रेस्टोरेंट के मैनेजर को वीवीआईपी ट्रीटमेंट के लिए 600 रुपए दिए हैं। इसके बाद बीएसएफ जवानों ने कहा कि यह सुविधा वीआईपी तथा वीवीआईपी को मिलती है, जोकि मुफ्त होती हैं। इसके बाद उक्त परिवार दर्शक दीर्घा में लोगों के साथ बैठकर र्रिटीट देखी और वापसी पर पुलिस को शिकायत कर दी। इसके बाद घरिंडा के मुंशी विजय कुमार ने बताया कि आरोपी मैनेजर के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर और अदालत में पेश किया गया है।
थाना घरिंडा में दर्ज शिकायत के मुताबिक कश्मीर एवेन्यू अमृतसर निवासी नरिंदर वेदी पत्नी तथा दो बच्चों के साथ 31 दिसंबर की शाम को अटारी बार्डर पर र्रिटीट सेरेमनी देखने के लिए गए थे। वहां पहुंचने बाद इन लोगों ने रेस्टोरेंट अमन-उम्मीद में चाय वैगरह लिया। इस दौरान उन्होंने रेस्टोरेंट के मैनेजर अश्विनी से जीरो लाइन के पास बैठने के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली कुर्सियों के बारे में पूछा। मैनेजर ने कहा कि उसकी बीएसएफ में पैठ है और कुर्सी दिला देगा। इसके बाद उसने चार सीटों के लिए छह सौ रुपए ले लिए।
बीएसएफ की रुकावट से खुली पोल
बेदी का परिवार र्रिटीट देखने के लिए कस्टम गेट से भीतर गया और जब वीवीआईपी वैरियर के पास पहुंचा तो उनको बीएसएफ के जवानों ने रोक लिया। क्योंकि उनका लिस्ट में नाम नहीं था।
इस पर उन्होंने तर्क दिया कि उन्होंेने उक्त रेस्टोरेंट के मैनेजर को वीवीआईपी ट्रीटमेंट के लिए 600 रुपए दिए हैं। इसके बाद बीएसएफ जवानों ने कहा कि यह सुविधा वीआईपी तथा वीवीआईपी को मिलती है, जोकि मुफ्त होती हैं। इसके बाद उक्त परिवार दर्शक दीर्घा में लोगों के साथ बैठकर र्रिटीट देखी और वापसी पर पुलिस को शिकायत कर दी। इसके बाद घरिंडा के मुंशी विजय कुमार ने बताया कि आरोपी मैनेजर के खिलाफ 420 का मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर और अदालत में पेश किया गया है।
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